Kapot Prakashan & e-commerce पर देशी गिर गाय के शुद्ध A2 घी और गिर गाय के ही गो मुत्र के बाद लोगों की मांग पर एकदम शुद्ध देशी शहद भी
राज्य, राजा एवं जनता।
चौखंबा ने शुक्रनीति छापनी बंद कर दी थी। कई सनातनियों ने शुक्रनीति का ऑर्डर दे रखा था, लेकिन हम उन्हें भेज नहीं पा रहे थे। वो अपने पैसे भी वापस
कपोत पर अब संजीवनी रस भी उपलब्ध!
Kapot Prakashan & e-commerce कपोत शुद्ध देशी गौ उत्पादों की श्रृंखला पहले गिर गाय का A2 देशी घी पूरी दुनिया में भेजने की प्रक्रिया आरंभ हुई। अभी तक 100KG घी
पाकिस्तान के सभी गंभीर पर्यवेक्षकों के लिए यह पुस्तक आवश्यक है।
पाकिस्तान एक देश नहीं, एक सोच है! जब तक इस सोच पर प्रहार नहीं किया जाएगा, पाकिस्तान बार-बार भारत और भारत के हिंदुओं को जख्म देता रहेगा। इस जहरीले सांप
The Manipur Conundrum: History. Exodus. Conversion
पिछले दिनों हमने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। वहां ब्लादिमीर आदित्यनाथ एवं दो अन्य लेखक मनोसी सिन्हा और डॉ अंकिता दत्ता द्वारा लिखित ‘The Manipur Conundrum: History. Exodus. Conversion’
भगवान श्रीहरि विष्णु
संदीप देव – पुरणों में बताया गया है कि भगवान श्रीहरि विष्णु का कलियुग में कल्कि अवतार होगा। इसका लाभ उठाते हुए कई लोग कल्कि नाम का अपने स्वार्थ के
एक साधक जो 80 वर्ष की उम्र में भी हिंदुओं को जगाने की जिद पाले बैठे हैं!
संदीप देव – काशी विद्वानों की नगरी कही गई है। यहां एक 80 वर्षीय बुजुर्ग रहते हैं। नाम है सच्चिदानंद चतुर्वेदी। अपने आरंभिक काल में ‘हिंदू राइटर्स फोरम’ का गठन
विवेकानंद: स्वतंत्रता के दार्शनिक
संदीप देव :- “विवेकानंद ईसा मसीह के पैरों को अपने खून से धोना चाहते थे। यहां तक कि उन्होंने ईसाई मिशनरियों को भारत आने का निमंत्रण भी दिया था!” अमेरिका
कल्हण कृत राजतरंगिणी
संदीप देव :- महाकवि कल्हण कृत राजतरंगिणी मध्यकाल के करीब 1089-1102 ई. में लिखी गई कश्मीर और बहुत हद तक भारत का भी प्रथम इतिहास है। महाराज हर्षदेव के महामंत्री
एक पुस्तक थी, ‘सार्थवाह’!
संदीप देव। सार्थवाह अर्थात् यात्रा करने वाले पंथों का समूह। यह व्यापारी वर्ग के लिए प्रयुक्त होता था, जो भारत से निकल कर पूरी दुनिया में व्यापार करते थे। प्राचीन काल