Dr Yasmin Singh
Showing all 2 results
-
Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास, ऐतिहासिक नगर, सभ्यता और संस्कृति
Raigarh Gharane Ki Kathak Rachnaon ka Saundrya-Bodh
-20%Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास, ऐतिहासिक नगर, सभ्यता और संस्कृतिRaigarh Gharane Ki Kathak Rachnaon ka Saundrya-Bodh
“नृत्यकला में सौंदर्य का विशेष महत्त्व है। भाव और रस के आश्रय से उत्पन्न सौंदर्य की अनुभूति केवल कलाकार ही नहीं करता, अपितु दर्शक भी करते हैं। वैसे तो नृत्य का प्रत्येक तत्त्व सौंदर्य की अनुभूति से अनुप्राणित है, किंतु नर्तक जब नृत्य की रचनाओं को अंग-भंगिमाओं के माध्यम से अभिव्यक्त करता है, तो सामान्य सा दिखने वाला सौंदर्य द्विगुणित हो जाता है।
इस पुस्तक में राजा चक्रधर सिंहजी द्वारा रचित रचनाओं में निहित सौंदर्य-बोध को रेखांकित करने का प्रयास किया गया है, जिससे कथक नृत्य, विशेष रूप से रायगढ़ घराने की इस नृत्य-शैली के विकास का नवीन अध्याय प्रारंभ होगा, ऐसी आशा है।”
SKU: n/a -
Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास, प्रेरणादायी पुस्तकें (Motivational books)
Raja Chakradhar singh Kathak Nartya Parneta Evam Sangrakshak
-20%Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास, प्रेरणादायी पुस्तकें (Motivational books)Raja Chakradhar singh Kathak Nartya Parneta Evam Sangrakshak
“कथक नृत्य के क्षेत्र में घराना एक व्यापक अर्थ में प्रयुक्त होता रहा है। घरानेदार गुरुओं ने इस नृत्य के विकास और संवर्धन में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रायगढ़ भी कथक नृत्य का एक ऐसा ही घराना है, जिसके संस्थापक राजा चक्रधर सिंह ने न केवल कथक नृत्य और कलाकारों को संरक्षण प्रदान किया, अपितु इस नृत्य से संबंधित सैद्धांतिक और प्रायोगिक पक्ष में परंपरागत तत्त्वों को यथावत् रखते हुए रचनात्मकता के शिखर पर ले जाने का सार्थक प्रयास किया। सामान्यजन तक कथक नृत्य की शिक्षा को सुलभ बनाने का श्रेय भी राजा साहब को ही प्राप्त है।
यह पुस्तक राजा चक्रधर सिंह द्वारा कथक नृत्य के क्षेत्र में किए गए उनके योगदान का सारगर्भित स्वरूप है, जो निस्संदेह इस नृत्य के विद्यार्थियों और कला-मर्मज्ञों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।”
SKU: n/a