Harsha Sharma
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Hindi Books, Prabhat Prakashan, इतिहास, सही आख्यान (True narrative)
Raw Secret Agents
“जासूसी एक गुप्त अवैध गतिविधि है। जासूस कभी भी मनमानी या मनमरजी से काम नहीं कर सकते। वे केवल वही निर्धारित काम करते हैं, जो उन्हें सौंपा जाता है। ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, वफादारी, सच्चाई और नियोक्ता का अनुपालन ऐसे गुण हैं, जो एक जासूस के व्यवहार में आते हैं। ये मूल्य जासूसों एवं उनके नियोक्ताओं के बीच विश्वास के कारण हैं और पेशे की गरिमा को आधार प्रदान करते हैं।
खुफिया सेवाओं में काम करना तनावपूर्ण हो सकता है। बाहरी लोगों के साथ अपने काम की चर्चा करना वर्जित है। देश के बाहर जासूसी करना तो जान हथेली पर लेकर फिरने जैसा है। फिल्मी कहानियों से उलट, पकड़े जाने पर यहाँ चमत्कार होने की कोई उम्मीद नहीं होती। ऐसी स्थिति में उनके नियोक्ता भी हाथ खींच लेते हैं। वे कभी स्वीकार नहीं करते कि वे (पकड़े गए व्यक्ति) उनके जासूस हैं, न ही वे उन्हें जासूस होने की मान्यता देते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में दी गई जासूसों की भावुक कहानियों से हमें यही जानने को मिलता है कि ये कथित जासूस वर्षों जेल में अपनी जवानी खपाकर लौटे तो बुढ़ापे में इन्हें नारकीय जीवन हासिल हुआ। आजीविका के लिए किसी को रिक्शा चलाना पड़ा तो किसी को मजदूरी करनी पड़ी। किसी को ऐसा सदमा लगा कि वह अपनी सुधबुध खो बैठा। लेकिन जैसा कि बताया गया है, यही इस खेल का नियम है, जो शायद आनेवाले वर्षों में भी न बदले।”SKU: n/a