K.S. Gupta
Showing the single result
-
Rajasthani Granthagar, ऐतिहासिक नगर, सभ्यता और संस्कृति
Baneda Sangrahalaya ke Dastawej – Vol. 4
प्रो. के.एस. गुप्ता ने बनेड़ा दस्तावेजों के 1758 ई. से 1818 ई. तक तीन भाग पूर्व में प्रकाशित किए है, जिनका इतिहास जगत में अच्छा स्वागत हुआ है। इन दस्तावेजों के आधार पर प्रसिद्ध इतिहासवेत्ताओं की अनेक मान्यताओं का पुनर्वलोकन की आवश्यकता प्रतीत हुई।
विश्वास है कि दस्तावेजों का चतुर्थ भाग भी भारतीय इतिहास में नई मान्यतायें स्थापित करेगा। 1857 की क्रान्ति सम्बंधित दस्तावेजों में भारत के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाली घटनाओं का दिग्दर्शन होता है। विशेषतः क्रान्ति की समाप्ति के पश्चात् अंग्रेजों ने जिस अमानुषिकता का परिचय दिया उसका विवरण इस ग्रन्थ की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता है।
मुझे विश्वास है कि मेवाड़ राजस्थान ही नहीं अपितु भारतीय इतिहास लेखन में ये दस्तावेज आधारभूत स्रोत के रूप में प्रतिष्ठापित होंगे।SKU: n/a