Nandkishore Pareek Books
Showing the single result
-
Rajasthani Granthagar, इतिहास, ऐतिहासिक नगर, सभ्यता और संस्कृति, जीवनी/आत्मकथा/संस्मरण
Raj Darbar aur Raniwas
Rajasthani Granthagar, इतिहास, ऐतिहासिक नगर, सभ्यता और संस्कृति, जीवनी/आत्मकथा/संस्मरणRaj Darbar aur Raniwas
पुस्तक ‘राज दरबार और रनिवास’ में नगर परिक्रमा की उस सामग्री का समावेश है, जिसमें जयपुर के राजमहलों, छत्तीस कारखानों, मंदिरों और जनानी ड्योढ़ी का सविस्तार वर्णन है। जयपुर के राजमहल अपने आप में वास्तुकला के नमूने हैं और शेष नगर से पूर्णतः भिन्न एवं स्वतंत्र इकाई के रूप में विद्यमान हैं। जयपुर रियासत के शासकों का सम्पूर्ण कार्य-क्षेत्र, शासकीय एवं व्यक्तिगत, इस दायरे में आ जाता है। रियासत के शासन में तब छत्तीस कारखानों का अपना महत्त्व था। पुस्तक राज-दरबार और रनिवास में उनके कार्यकलाप का समावेश है। जनानी ड्योढ़ी अभी तक पर्दे में ही रही है, जिस पर पहली बार नगर-परिक्रमा में इतना प्रकाश डाला गया है। प्रस्तुत पुस्तक में कुछ अन्य सामग्री के साथ संदर्भ में कतिपय तथ्य ऐसे हैं, जिनका अभी तक कहीं उल्लेख भी नहीं हुआ है।
SKU: n/a