Prof. Pemaram
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Hindi Books, Rajasthani Granthagar, इतिहास, जीवनी/आत्मकथा/संस्मरण
Bharat Ke Jaat Ratna
भारत के जाट रत्न
भारत में ऐसे अनेक महापुरुष व विभूतियां पैदा हुई हैं जिन्होंने एक समय में भारत का नेतृत्व किया और लोगों के दिलों में छाप छोड़कर अमर हो गये, उसके भी कृत्यों का लिपिबद्ध किया जाए। also इस कड़ी में प्रथम प्रयास में यहां ‘भारत के जाट रत्न’ नामक पुस्तक में जाट कौम में हुए महापुरुषों के कृत्यों का वर्णन किया गया है, जिनमें लोकदेवता वीरवर तेजाजी, महान् संत धन्ना भक्त, जाट कौम के महान् शासक महाराजा सूरजमल, महाराजा जवाहरसिंह, महारानी किशोरी, महाराजा रणजीतसिंह, गरीबों व किसानों के संरक्षक चौधरी सर छोटूराम, दानवीर चौधरी सेठ छाजूराम, देश की आजादी के लिये मर मिटने वाले रणबांकुरे बाबा शाहमल व राजा नाहरसिंह तथा देश के लिये सर्वस्व न्यौछावर करने वाले राजा महेन्द्रप्रताप तथा भगतसिंह प्रमुख हैं।
ऐसे महापुरुषों के कृत्य भावी पीढ़ी में त्याग, सामाजिक मूल्यों के प्रति आस्था तथा जातीय गौरव की भावना पैदा करने में मददगार साबित होते है। indeed अतः कौम में ऐसे भाव पैदा करने के लिए आवश्यक है कि ऐसे महापुरुषों के कृत्यों को लिपिबद्ध किया जाए और उसे समाज के सामने प्रस्तुत किया जाए, ताकि उसे पढ़कर आगे आने वाली पीढ़ियां अपने पुरखों पर गर्व कर सकें और यद्यपि ऐसे महान् पुरुष किसी एक जाति विशेष की सम्पत्ति न होकर समूचे राष्ट्र के गौरव होते हैं, but फिर भी इससे कौम में जातीय अतीत के इतिहास में अभिरूचि एवं स्वयं को अपने ऊपर गौरव करने की भावना पैदा होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस पुस्तक में भारत के कुछ महान् नायकों के कृत्यों को लेखबद्ध करके इतिहास के रूप में आपके सम्मुख प्रस्तुत किया है।
accordingly इस पुस्तक को लिखने में प्रामाणिक स्रोतों का ही उपयोग किया है और इसे यथासम्भव पूर्ण प्रामाणिक बनाने का प्रयास किया है। इस पुस्तक को पढ़ने से न केवल हमारी वर्तमान पीढ़ी में गौरव पैदा होगा, बल्कि भावी पीढ़ी में भी उत्साह जागृत होने के साथ ही प्रेरणा मिलेगी और आने वाली संतानें अपने इन पूज्यों को सराहेंगी।
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