Yog Vasishtha
Showing the single result
-
Gita Press, वेद/उपनिषद/ब्राह्मण/पुराण/स्मृति
Sankshipt Yog Vasishtha
योगवासिष्ठ के इस संक्षिप्त रूपान्तर में जगत् की असत्ता और परमात्मसत्ता का विभिन्न दृष्टान्तों के माध्यम से प्रतिपादन है। पुरुषार्थ एवं तत्त्व-ज्ञान के निरूपण के साथ-साथ इसमें शास्त्रोक्त सदाचार, त्याग-वैराग्ययुक्त सत्कर्म और आदर्श व्यवहार आदि पर भी सूक्ष्म विवेचन है।
SKU: n/a