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Agnigarbha

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प्रेमचन्द के बाद विश्व प्रसिद्ध श्रेष्ठ उपन्यासकारों में श्री अमृतलाल नागर का एक विशिष्ट स्थान है। उनके अन्य उपन्यास ‘मानस का हंस’, ‘खंजन नयन’, ‘नाच्यौ बहुत गोपाल’, ‘बूंद और समुद्र’, ‘बिखरे तिनके’, ‘सेठ बांकेमल’, ‘भूख’, ‘सात घूंघट वाला मुखड़ा’ तथा ‘अमृत और विष’ हिन्दी-साहित्य की अमूल्य निधि हैं, जिनमें मानव-जीवन की सजीव अभिव्यक्ति अत्यन्त रोचक शैली में हुई है।

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Agnigarbha | अग्निगर्भा

Amritlal Nagar अमृतलाल नागर

Weight .200 kg
Dimensions 8.66 × 5.57 × 1.57 in

AUTHOR : Amritlal Nagar
PUBLISHER : Rajpal and Sons
LANGUAGE : Hindi
ISBN : 9788170285571
BINDING : (HB)
PAGES : 148

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