Author – Premchand
ISBN – 9789350488300
Language – Hindi
Pages – 370
Vani Prakashan, उपन्यास
Godan
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गोदान को प्रेमचंद का कालजयी उपन्यास माना जाता है। यह अपने समय का आईना है। इसमें कृषक जीवन की विडम्बनाओं का मार्मिक चित्रण मिलता है। उस समय की शायद ही कोई समस्या हो जिसका गहरा चित्रण ‘गोदान’ में नहीं मिलता।
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Weight | .550 kg |
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Dimensions | 7.50 × 5.57 × 2 in |
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