मेघदूत : कालिदास (पद्यबद्ध भावानुवाद)
Vishwavidyalaya Prakashan, अन्य कथा साहित्य, संतों का जीवन चरित व वाणियां
Meghadoot : Kalidas
कवि कालिदास की काव्य-कृतियों में मेघदूत काव्य को विशेष महत्त्व प्राप्त है। इसमें करुण-रस का अनुपम सौन्दर्य है। मन्दाक्रान्ता छन्द में लिखे गये इस काव्य को दो खण्डों में विभाजित किया गया है—पूर्वमेघ और उत्तरमेघ। पूर्वमेघ में काव्य-सौन्दर्य के साथ ही भारत का भौगोलिक-सौन्दर्य भी प्रकाशित है। प्रकृति का मनोरम चित्र, कवि की सूक्ष्म दृष्टि, भावुकता और कल्पना का संयोग पूर्वमेघ की विशेषता है। उत्तरमेघ का कथ्य अत्यत मर्मस्र्पशी है।
Rs.40.00
Weight | .200 kg |
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Dimensions | 8.66 × 5.57 × 1.57 in |
AUTHOR : Shyamala Kant Verma
PUBLISHER : Vishwavidyalaya Prakashan
LANGUAGE : Hindi
ISBN : 9VPKALIDASMP
BINDING : (PB)
PAGES : 118
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