मुनिवर गंरुदत्त विद्यार्थी (जीवन चरित)
Munivar Gurudutt Vidyarthi
महान विद्वान् तथा विचारक मुनिवर पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी लाला जी के सहपाठी और अंतरंग मित्र थे। उनके निधन के तुरंत पश्चात् लालाजी ने उनकी विस्तृत जीवनी लिखी जो 1890 में छपी, स्वयं यह उनकी प्रथम कृति थी।
पंडित गुरुदत्त की इस प्रमाणिक अंग्रेजी जीवनी का अनुवाद स्वयं डॉ भवानीलाल भारतीय ने गुरुदत्त निर्वाण शताब्दी के अवसर पर किया था। यही दुर्लभ ग्रंथ पुनः प्रकाशित किया जा रहा है।
इस कृति का महत्व इसलिए भी है कि इसका लेखक कथानायक के जीवन तथा कृतित्व से भली भांति परिचित था। यही कारण है कि वह पंडित गुरुदत्त के जीवन प्रसंगों को तटस्थ होकर चित्रित कर सके तथा उनके बौद्धिक, दार्शनिक तथा लेखकीय गुणों का सम्यक् उद्घाटन कर सके।
Rs.150.00
Weight | .245 kg |
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Dimensions | 8.6 × 5.51 × 1.57 in |
Author : Lala Lajpat Rai
Editor : Dr. Bhawanilal Bhartiya
Publisher : Govindram Hasanand
Language : Hindi
ISBN : 9788170770829
Binding : (PB)
Edition : 2016
Pages : 224
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